'कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा, भानुमति ने कुनबा जोड़ा’। ये कहावत महाभारत काल में बनी और आज भी चरितार्थ हो रही है। सत्ता सुंदरी यानी आज की भानुमति को हथियाने के लिए सियासत के दुर्योधनों के बीच जंग है। इस जंग में कई जरासंध भी हैं और अनेक कर्ण भी। अनेक तर्क हैं और अनेक कुतर्क। सब मिलकर अपने-अपने लिए चूं-चूं का मुरब्बा बना रहे हैं।