पूरे 81 साल बाद 8 अगस्त की तारीख का देश को इंतज़ार है। 8 अगस्त 2023 को देश की हंगामेदार संसद में मौजूदा सरकार के खिलाफ अल्पमत वाले विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस होगी।

विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. आख़िर मोदी सरकार के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव क्यों ला रहा है? क्या इससे कुछ असर होगा?
अल्पमत के विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का अंजाम सब जानते हैं, फिर भी ये अविश्वास प्रस्ताव इस मायने में महत्वपूर्ण है कि देश की संसद में जन प्रतिनिधियों को बोलने का समय मिलेगा। किसी को एक मिनट, तो किसी को आधा घंटा। ये ऐसा मौक़ा होगा जब देश में विपक्ष का महत्वपूर्ण नेता राहुल गांधी संसद में नहीं होगा। 8 अगस्त की तारीख सत्तापक्ष के लिए भले महत्वपूर्ण न हो लेकिन विपक्ष और खासतौर पर 8 अगस्त को भाजपा कुर्सी छोड़ो का आह्वान अवश्य कर सकती है।
पिछले एक दशक से 'ध्वनि मत ' से चल रही देश की संसद में विपक्ष की आवाज ठीक वैसी ही है जैसी कि नक्कारखाने में तूती की होती है। तूती की ध्वनि मधुर होती है जो नगाड़ों के बीच भी अलग से अपना प्रभाव छोड़ती है।