ठीक 100 साल पहले की बात है। गांधीजी का असहयोग और खिलाफत आंदोलन पूरे जोर पर चल रहा था। देश की गली-गली में हिंदू मुसलमान की जय के नारे लग रहे थे। अल्लाह हो अकबर और वंदे मातरम एक साथ पुकारा जा रहा था। फिरंगी शासन की जमीन सरकने लगी थी। तभी मार्च 1922 में गांधीजी को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया।