नरेंद्र मोदी को अब किसी मुग़ालते में नहीं रहना चाहिए। राहुल गाँधी को फ़िलहाल राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए। महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव का यह साफ़ संदेश है। मोदी समझदार हैं, चतुर हैं, इसलिए वह सावधान हो जाएँगे पर राहुल गाँधी कोई सबक़ सीखेंगे, मुझे संदेह है। इस चुनाव में जनता ने बीजेपी को हराने की पूरी कोशिश की। पर कांग्रेस ने तय कर रखा था कि वह हर हाल में नहीं जीतेगी। वह बीजेपी और इसके साथियों को पूरी मेहनत से जिताने का काम करेगी। अब इसे उसका निकम्मापन कहें या काहिली या फिर चुनाव से पहले ही हार मान लेने की फ़ितरत। लेकिन इतना तय है कि इन चुनावों ने मोदी और अमित शाह का नशा हिरन कर दिया है। उनका अहंकार तोड़ दिया है। जनता का संदेश साफ़ है- जनता के मुद्दों पर काम करो, हवा हवाई बातें बंद करो। मूर्ख बनाना छोड़ो।