कश्मीर के अनंतनाग ज़िले के एक गाँव में 40 साल के कश्मीरी पंडित सरपंच अजय पंडिता की आतंकवादियों द्वारा हत्या ने कश्मीरी पंडितों के पुराने घावों को न सिर्फ़ कुरेदा है बल्कि इस घटना ने पंडित समुदाय के साथ 1990 के दशक में कश्मीर घाटी में हुए भयंकर अत्याचार की छवि को पुनर्जीवित कर दिया है। ऐसी स्थिति होने के बावजूद इस समय सभी को शांत विचार-विमर्श की ज़रूरत है, न कि भावनात्मक प्रतिक्रिया की।