चीन ने लद्दाख में गलवान घाटी पर अवैध क़ब्ज़ा कर लिया है और उसकी सेना ने भारतीय सेना के एक कर्नल और 20 जवानों को मार दिया है। कुछ लोग सोचते हैं कि यह घटना केवल सीमा के मुद्दे को लेकर किसी ग़लतफ़हमी के कारण हुई है; वे ग़लत हैं और उन सभी को अपनी आँखों से पर्दा हटाकर वास्तविक सत्य को देखने की ज़रूरत है।
हिटलर जैसे हैं चीन के इरादे
- विचार
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- 18 Jun, 2020

यह सोचते रहना कि भारत और चीन के बीच संबंधों में सुधार हो सकता है, यह एक भ्रम है। इस ख़तरे को नज़रअंदाज़ करना एक शुतुरमुर्ग की भाँति बर्ताव करने जैसा होगा, जैसे कि नेविल चेम्बरलेन ने किया था, जो सोचते रहे कि हिटलर से कोई ख़तरा नहीं है पर जब उन्हें यह एहसास हुआ तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी।
आज का चीन साम्यवादी देश होने का केवल दिखावा करता है पर वास्तव में यह एक पूंजीवादी देश है। यह लाभदायक निवेश, क़ब्ज़ा करने के लिए बाज़ारों और सस्ते कच्चे माल को प्राप्त करने के लिए पूंजी की तलाश में है। औद्योगीकरण के बाद एक निश्चित स्तर पर विकसित होने वाला देश साम्राज्यवादी हो जाता है, अर्थात यह विदेशी बाज़ारों और कच्चे माल की तलाश करता है। इसीलिए इंग्लैंड ने भारत पर विजय प्राप्त की और फ्रांस ने अल्जीरिया और वियतनाम पर।