आज से एक महीना पहले अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर राज्य को मिले विशेष दर्ज़े और अनुच्छेद 35ए के तहत वहाँ की जनता को मिले विशेषाधिकारों को राज्य के राज्यपाल और संसद की सिफ़ारिशों पर राष्ट्रपति ने ख़त्म कर दिया था। इस एक महीने के भीतर देश-दुनिया में बहुत-कुछ घटा। पाकिस्तान के साथ हमारे रिश्ते और ख़राब हुए। हालाँकि चीन के अलावा दुनिया के बड़े देशों ने इस मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया। लेकिन ट्रंप ने एकाधिक बार इस मामले में मध्यस्थता की इच्छा जताई तो ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों की निष्पक्ष जाँच की माँग की है। इसके अलावा और देश भी नज़रें जमाए हुए हैं कि भारतीय उपमहाद्वीप में आगे क्या होता है।