चीन ने साठ साल पहले का दावा दुहरा कर भारत चीन के बीच चल रही मौजूदा सैन्य तनातनी को नया मोड़ दे दिया है। नवंबर, 1959 में चीन के तत्कालीन प्रधानमंत्री चाओ अन लाई ने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का एकपक्षीय प्रस्ताव किया था जिसमें पूर्व में मैकमोहन रेखा से 20-20 किलोमीटर पीछे खिसकने और पश्चिम यानी लद्दाख में, जो देश जहाँ है उसे मान लेने का प्रस्ताव रखा था जिसे नेहरू ने ठुकरा दिया था और यही वजह है कि 1962 में भारत और चीन के बीच युद्ध छिड़ा।