पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा में ऐसा भारत-विरोधी भाषण दिया, जिसका तगड़ा जवाब अब नरेंद्र मोदी को देना ही पड़ेगा। दुनिया के करोड़ों श्रोताओं को ऐसा लगेगा कि ये दोनों प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र को नहीं, एक-दूसरे को भाषण दे रहे हैं। इमरान ख़ान ने अफ़ग़ानिस्तान और अरब-इस्राइल संबंधों पर तो काफ़ी संभलकर बोला लेकिन कश्मीर और भारतीय मुसलमानों के बारे में वह इस तरह बोल रहे थे मानो वह असदुद्दीन ओवैसी या राहुल गाँधी हों। ऐसा लग ही नहीं रहा था कि वह कोई विदेशी प्रधानमंत्री हैं।