मॉस्को में भारी उम्मीदों और शंकाओं के बीच भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की गुरुवार रात को हुई बातचीत के नतीजे किसी ठोस सकारात्मक निष्कर्ष पर पहुंचते नहीं दिखते हैं। बातचीत के बाद शांति की दिशा में बढ़ने वाला कोई ठोस दिखावटी एलान नहीं होने पर रक्षा हलकों में चीन के इरादों पर शक जाहिर किया जा रहा है। बातचीत के दौरान दोनों विदेश मंत्रियों ने दो टूक शब्दों में एक-दूसरे से कहा कि वे अपने सैनिक पीछे ले जाएं।