झारखंड में एक मुसलिम नौजवान तबरेज़ अंसारी को कुछ गुंडों ने पेड़ से बाँधा, उसकी पिटाई की और उसकी जान ले ली। तबरेज़ पर उन लोगों ने चोरी का आरोप लगाया था। राजस्थान से ख़बर है कि गौपालक किसान पहलू ख़ान के ऊपर पुलिस ने जानवरों की रक्षा से सम्बंधित क़ानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर मुक़दमा चलाने का फ़ैसला किया है। इसके अलावा भी देश में कई जगह मुसलमानों की लिंचिंग की ख़बरें आती ही रहती हैं। जहाँ हर मामूली घटना पर सत्ताधारी पार्टी के बड़े नेता, ट्वीट करते रहते हैं, मुसलमानों की हत्याओं के बारे में आम तौर पर उनकी चुप्पी देखी जाती है। अगर पूछा जाए तो टका-सा जवाब दे दिया जाता है कि क़ानून अपना काम कर रहा है।
गाँधी के आदर्शों से भटका कर फैलाई जा रही है नफ़रत
- विचार
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- 3 Jul, 2019

इसी तरह से अभी कुछ साल पहले तक जब हिन्दुओं की सभाओं में धार्मिक उन्माद फ़ैलाने की बात कोई भी करता था तो उसको चुप करा दिया जाता था लेकिन अब वह बात नहीं रही। अब लोग एलानिया सेकुलर सोच के नेताओं और बुद्धिजीवियों को गाली देने लगे हैं। सवाल उठता है कि इस तरह की सोच आ कहाँ से रही है।