जन्माष्टमी के दिन घर से ख़रीदारी के लिए निकला। रास्ते में पर्स खाली सा लगा। सोचा एटीएम से कुछ पैसे निकाल लूँ। लेकिन ये क्या। पर्स से एटीएम कार्ड ग़ायब था। बहुत दिमाग दौड़ाया। घर में ढूंढा। फिर सोचा कि कहीं छूट गया होगा। किसी एटीएम में। आस पास के नियमित इस्तेमाल करने वाले एटीएम पर दिमाग गया। लेकिन समझ नहीं आ रहा था कि कहाँ छूटा होगा।