मेडिकल छात्रों की आत्महत्या हमारे देश में मामूली बात है। तमाम समस्याओं के बीच इस पर ध्यान देने की फुरसत किसी को नहीं। यही कारण है कि देहरादून में शिशुरोग के पीजी मेडिकल छात्र डॉ. दिवेश गर्ग की आत्महत्या भी महज एक संख्या बनकर रह गई।