एक बार फिर से चीन की चर्चा ज़ोरों पर है। चीन को गरियाने का काम लोग खुले दिल से कर रहे हैं। हालाँकि पाकिस्तान को गरियाने में हम लोगों को ज़्यादा खुशी मिलती है, मगर टेस्ट बदलने के लिए हम लोग कभी-कभी चीन को भी टारगेट पर ले लेते हैं। जैसे कि इस समय हमने कोरोना वायरस के बहाने उसे फिर से कोसना शुरू कर दिया है।
कोरोना रोकने में नाकामी छुपाने के लिए वायरस का दोष मढ़ रहे हैं चीन पर?
- विचार
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- 29 Mar, 2020

एक बार फिर से चीन की चर्चा ज़ोरों पर है। चीन को गरियाने का काम लोग खुले दिल से कर रहे हैं। जैसे कि इस समय हमने कोरोना के बहाने उसे फिर से कोसना शुरू कर दिया है।
लोग नाराज़ हैं कि चीन ने कोरोना वायरस भेज दिया और अब हम परेशान हो रहे हैं। वे फिर से चीनी माल का बहिष्कार करके उसे सबक़ सिखाने की बातें कर रहे हैं। लेकिन चीन पर यह चर्चा अचानक आयी कहाँ से?
दरअसल, चीन के ख़िलाफ़ यह ग़ुस्सा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वजह से पैदा हुआ है। डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस को चीनी वायरस कहना शुरू कर दिया था। कहा जा रहा है कि ट्रंप कोरोना से लड़ाई में नाकाम होने की वज़ह से मुद्दे को नस्लवादी रंग दे रहे हैं और एक तरह की ‘कल्चर वार’ छेड़ रहे हैं।