कुछ समय पहले, 12 फ़रवरी को, मैंने एक लेख लिखा था 'कोरोना वायरस के ख़तरे को बहुत बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया है' जिसे ‘nayadaur.tv’ में प्रकाशित किया गया था।
कोरोना को एक संतुलित दृष्टिकोण से देखने की ज़रूरत
- विचार
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- 21 May, 2020

क्या कोरोना वायरस के ख़तरे को बहुत बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया है? यह बताया जाता है कि कोरोना के कारण 3,163 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, तो यह क्यों नहीं बताया जाता कि टी.बी, फ्लू, मलेरिया, डेंगू, मधुमेह, दिल का दौरा और अन्य कई चिकित्सा समस्याओं से इस काल के दौरान कितने भारतीयों की मृत्यु हुई?
19 मई को, इंटरनेट पर यह बताया जा रहा है कि पिछले 24 घंटों में भारत में 4970 लोग कोविड-19 पॉजिटिव पाए गये हैं और इसी बीच 134 मौतें हुई हैं। यह भी बताया गया है कि अब तक कुल 1,01,139 भारतीय कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें 3163 भारतीयों की मौत हो गई है।
इसके विपरीत, अमेरिका को, जिसकी आबादी भारत की एक चौथाई है, कोरोना संक्रमित मामलों की सबसे बड़ी संख्या की समस्या से जूझना पड़ रहा है। अब तक अमेरिका में 1.55 मिलियन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें से 91,000 लोगों की मौत हो चुकी है।