गोदी मीडिया सिर्फ हमारे देश की ही बीमारी नहीं है, इसका एक लम्बा इतिहास है। हिटलर और गोएबल्स के दौर से लेकर आज तक यह हर दौर में एक नए रूप में, नए देश में खड़ा नजर आता है। हर देश में यह नेता के महिमामंडन की प्रक्रिया में इस हद तक पहुंच जाता है कि वह उस नेता को किसी अवतार के रूप में पेश करने लगता है। उसके हर काम को वह ‘मास्टर स्ट्रोक’ जैसी अनेक संज्ञाओं से सराहता रहता है।