पंजाब में चुनाव के पहले कांग्रेस के जीतने का पूरा माहौल था। चरणजीत सिंह चन्नी की देश में बड़ी छवि बन गई थी। पूरे देश से आवाज आ रही थी कि कांग्रेस पंजाब में वापसी करेगी। आम आदमी पार्टी टक्कर में तो थी जरूर लेकिन 2017 के मुकाबले में नहीं। देश में एक आवाज़ गई कि गांधी परिवार ने एक दलित को अहम सूबे का सीएम बनाया।
पंजाब चुनाव: क्यों हारे चरणजीत सिंह चन्नी?
- विचार
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- 21 Mar, 2022

पंजाब के चुनाव में चरणजीत सिंह चन्नी को क्या जानबूझकर हराया गया। क्या नवजोत सिंह सिद्धू ने उनके लिए मुश्किलें खड़ी की?
जैसे चन्नी सीएम बने सिद्धू ने उनसे ऐसा व्यवहार किया जैसे कि वो कोई जूनियर हो। यह दलितों को बर्दास्त नहीं हुआ। जब तक चन्नी संभलें तब तक क्षति हो चुकी थी। ये माना गया कि दलितों की आबादी करीब 32% है लेकिन ये बँटे हुए हैं। अगर दलितों का पूरा वोट पड़ जाता तो भी कांग्रेस जीत जाती। सवाल बनता है दूसरी जातियां तो अपने नेता के साथ फौरन चली जाती हैं तो दलित क्यों नहीं कांग्रेस के साथ गये ?