भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव के साथ देश में स्वदेशी अभियान ने जोर पकड़ लिया है। शुरुआत में बीजेपी से जुड़े संगठनों, उद्योग संगठनों व सरकार समर्थकों ने चीन के सामान का सड़कों पर विरोध शुरू किया। उसके बाद भारत सरकार के मंत्री इस अभियान को गति देने में लगे हैं।