सुबह की शुरुआत बेहद बुरी ख़बर से हुई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कोषाध्यक्ष अहमद पटेल करीब महीने भर तक कोरोना से जूझने के बाद जिंदगी की जंग हार गए। उनके निधन की ख़बर से न सिर्फ कांग्रेस बल्कि पूरी भारतीय राजनीति और मीडिया में मातम छा गया है। बेहद नेक और जिंदादिल, हमेशा चेहरे पर मुस्कान बिखेरे रहने वाले 'अहमद भाई' अब इस दुनिया में नहीं रहे।
कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है पटेल जैसे संकट मोचक का जाना
- श्रद्धांजलि
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- 25 Nov, 2020

बेहद नेक और जिंदादिल, हमेशा चेहरे पर मुस्कान बिखेरे रहने वाले 'अहमद भाई' अब इस दुनिया में नहीं रहे।
विश्वास कर पाना मुश्किल हो रहा है। लेकिन दुर्भाग्यवश सच यही है कि अब बुरे से बुरे वक्त में भी पीठ थपथपा कर हौसला देने वाले 'अहमद भाई' से कभी मुलाक़ात नहीं हो पाएगी। वह दुनिया-ए-फानी से हमेशा के लिए कूच कर चुके हैं।
कांग्रेस को सत्ता में लाए
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल का इस दुनिया से रुख़सत होना न सिर्फ कांग्रेस के लिए एक झटका है बल्कि पूरी भारतीय राजनीति की अपूर्णीय क्षति है। जादुई और चुंबकीय व्यक्तित्व के धनी अहमद पटेल को जहां कई वर्षों तक वनवास झेलती रही कांग्रेस को 2004 में सत्ता में लाने का श्रेय जाता है। वहीं, 2014 के बाद से लगातार हताशा और निराशा के दौर से गुज़र रही इस पार्टी को 2017 में अपना राज्यसभा का चुनाव जीतकर यह विश्वास जगाने का श्रेय भी जाता है कि अगर ढंग से लड़ाई लड़ी जाए तो जीता भी जा सकता है।