केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने भी बुधवार को कथित मनी लॉन्ड्रिग केस में न्यूज़क्लिक के खिलाफ मामला दर्ज किया। दिल्ली में दो स्थानों - न्यूज़क्लिक के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ के दफ्तर और घर पर तलाशी ली जा रही है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने इससे पहले इसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया था। अभी मंगलवार को ही दिल्ली की एक अदालत ने प्रबीर पुरकायस्थ और न्यूज़क्लिक के एचआर प्रमुख अमित चक्रवर्ती को 10 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था। दोनों पर यूएपीए भी लगाया गया है। सरकार ने न्यूज क्लिक पर आरोप लगाया है कि समाचार पोर्टल ने चीन समर्थक प्रचार फैलाने के लिए पैसे लिए थे। हालांकि इस आरोप का खंडन न्यूज क्लिक ने न सिर्फ बहुत पहले और अब अदालत में भी किया है।
3 अक्टूबर को, पुरकायस्थ और चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया गया और न्यूज़क्लिक कार्यालय को सील कर दिया गया था।
एफआईआर के मुताबिक, न्यूज पोर्टल को बड़ी मात्रा में फंड चीन से "भारत की संप्रभुता को बाधित करने" और देश के खिलाफ असंतोष पैदा करने के लिए आया था। इसमें यह भी आरोप लगाया गया कि पुरकायस्थ ने 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने के लिए एक समूह - पीपुल्स अलायंस फॉर डेमोक्रेसी एंड सेक्युलरिज्म (पीएडीएस) के साथ साजिश रची।
एफआईआर में नामित संदिग्धों और डेटा के विश्लेषण में सामने आए कथित आरोपियों पर 3 अक्टूबर को दिल्ली में 88 और अन्य राज्यों में सात स्थानों पर छापे मारे गए। न्यूज़क्लिक के कार्यालयों और जिन पत्रकारों की जांच की गई उनके आवासों से लगभग 300 इलेक्ट्रॉनिक गैजेट भी जब्त किए गए। छापेमारी के बाद दिल्ली और एनसीआर में स्पेशल सेल ने नौ महिला पत्रकारों समेत 46 लोगों से पूछताछ की।
एफआईआर के मुताबिक यह पता चला है कि विदेशों से आयी इस धनराशि को तीस्ता सीतवाड़ के सहयोगियों गौतम नवलखा, जावेद आनंद, तमारा, जिब्रान, उर्मिलेश, अरात्रिका हलदर, परंजॉय गुहा ठाकुरता, त्रिना शंकर, अभिसार शर्मा के बीच बांटा गया था।
न्यूजक्लिक पर दर्ज यह एफआईआर कहती है कि इससे जुड़े लोग वैश्विक और घरेलू स्तर पर भारत की एकता और अखंडता को कमजोर करने के इरादे से काम कर रहे थे। हालांकि इस मामले में सभी आरोपी पत्रकार पुलिस और सरकार के इन आरोपों को फर्जी बता चुके हैं। इन पत्रकारों ने कहा है कि उनके सरकार विरोधी रुख के कारण उन पर कार्रवाई की गई है।
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने तीन अक्टूबर को दिन भर करीब 46 लोगों से पूछताछ की गई थी। इसमें प्रसिद्ध पत्रकार अभिसार शर्मा, उर्मिलेश, परंजॉय गुहा ठाकुरता, अनिंद्दों चक्रवर्ती आदि शामिल थे। पत्रकारों को शाम में पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। इनसे करीब 25 सवाल पूछे गये थे। वहीं दिन भर की पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस ने न्यूजक्लिक के प्रधान संपादक और संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने वेबसाइट के एचआर हेड अमित चक्रवर्ती को भी गिरफ्तार किया था।
बहरहाल, दिल्ली की एक अदालत ने 10 अक्टूबर को प्रबीर पुरकायस्थ और अमित चक्रवर्ती को 10 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इससे पूर्व सोमवार 9 अक्टूबर को उनकी याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। दोनों को 10 अक्टूबर की दोपहर करीब 2:50 बजे पटियाला हाउस कोर्ट की अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हरदीप कौर के सामने पेश किया गया था। जहां दिल्ली पुलिस ने दोनों के लिए 10 दिनों की न्यायिक हिरासत की मांग की थी। जिसका प्रबीर पुरकायस्थ के वकील ने विरोध किया। वहीं स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि केस में अभी सबूत जुटाए जा रहे हैं। इसीलिए इनकी हिरासत आवश्यक है।
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