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मैं नहीं जानता कि कोश्यारी की स्थिति का सम्मान करने के लिए कब तक चुप रहना है। मैं राज्यपाल पद के बारे में कुछ नहीं कह रहा हूं लेकिन उस कुर्सी पर बैठे व्यक्ति को उस कुर्सी का सम्मान करना चाहिए। राज्यपाल राष्ट्रपति के संदेशवाहक होते हैं, पूरे देश में राज्यपाल राष्ट्रपति की बात मानते हैं। लेकिन अगर वही राज्यपाल गलतियां करें तो उनके खिलाफ कौन कार्रवाई करेगा? मराठियों और उनके गौरव का अपमान कैसे सहन किया जा सकता है।
- उद्धव ठाकरे, शिवसेना प्रमुख, शनिवार को
शिवसेना प्रमुख ने राज्यपाल पर मंदिरों को खोलने की जल्दी का आरोप लगाते हुए कहा कि कोविड के मामले बढ़ रहे थे और लोग मर रहे थे, तब उन्होंने मंदिर खोलने का आदेश दे दिया था। उद्धव ने यह भी आरोप लगाया कि राज्यपाल ने पूर्व में सावित्रीबाई फुले का अपमान किया था। अब महाराष्ट्र में ही मराठी मानुष का अपमान हो रहा है।
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