महाराष्ट्र की सियासत में बीजेपी और महा विकास आघाडी सरकार के बीच जंग नेताओं की बयानबाज़ी के अलावा जांच एजेंसियों के जरिये भी लड़ी जा रही है। ताज़ा मामले में आयकर विभाग की नज़र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पूर्व प्रधान सलाहकार अजोय मेहता के एक फ़्लैट की ख़रीद में हुए लेन-देन पर जाकर टिक गई है। मेहता महाराष्ट्र रियल स्टेट रेग्युलेटरी अथॉरिटी (महारेरा) के चेयरमैन भी हैं।
उद्धव के पूर्व सलाहकार के फ़्लैट की ख़रीद पर आयकर विभाग की नज़र
- महाराष्ट्र
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- 21 Jul, 2021
महाराष्ट्र की सियासत में बीजेपी और महा विकास आघाडी सरकार के बीच जंग नेताओं की बयानबाज़ी के अलावा जांच एजेंसियों को एक-दूसरे के पीछे दौड़ाने के कारण भी हो रही है।

मेहता ने अक्टूबर, 2020 में नरीमन प्वाइंट इलाक़े में स्थित समता को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी में एक फ़्लैट ख़रीदा था। फ़्लैट की क़ीमत 5.33 करोड़ थी और उन्होंने इसे अनामित्रा प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड से ख़रीदा था।
7 जुलाई को आयकर विभाग ने अनामित्रा प्रॉपर्टीज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि इस फ़्लैट को ख़रीदने के लिए मई, 2009 में अनामित्रा प्रॉपर्टीज ने 4 करोड़ रुपये का जो लेन-देन किया, वह बेनामी है।