‘कंगना मामले में मत पड़ना, नहीं तो उड़ा देंगे’, यह धमकी किसी सामान्य व्यक्ति या फ़िल्म स्टार को नहीं बल्कि महाराष्ट्र में सत्ता का नया फ़ॉर्मूला बनाने वाले नेता शरद पवार, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री अनिल देशमुख को दी गयी है! दावा किया गया है कि यह धमकी वाला फ़ोन विदेश से आया था और उसमें अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम लिया गया।
इस धमकी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पहला यह कि क्या मुंबई का अंडरवर्ल्ड, जो पाकिस्तान या दुबई से संचालित होने की बात कही जाती है, की ताक़त इतनी बढ़ गयी है कि वह अब सरकार को धमकी देने लगे? क्या अंडरवर्ल्ड कंगना के समर्थन में है? या फिर इन धमकियों के पीछे अंडरवर्ल्ड के अलावा कोई और नाम है? आख़िर महाराष्ट्र सरकार को कौन और क्यों डराना चाह रहा है? क्या यह वर्तमान में कंगना रनौत को लेकर चल रहे प्रकरण से जुड़ा हुआ है या कुछ और है?
पहली धमकी रविवार दिन में क़रीब 11 बजे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री पर आयी थी। सोमवार को विधानसभा का सत्र हुआ और मंत्रिमंडल की बैठक में इस धमकी की निंदा की गई और जाँच की चर्चा हुई। मंत्रिमंडल की बैठक में गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि मामले की जाँच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि फ़ोन करने वाले व्यक्ति ने अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम का नाम लिया था और यह कॉल विदेश से आयी है। मंत्रिमंडल की बैठक में कहा गया कि मामला विदेश से जुड़ा है लिहाज़ा केंद्र सरकार भी इस मामले में जाँच करे।
मंत्रिमंडल की बैठक में यह सब चर्चाएँ चल ही रही थीं कि राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार के मुंबई स्थित आवास सिल्वर ओक और गृह मंत्री अनिल देशमुख के आवास पर भी इसी तरह के धमकी भरे फ़ोन आने की ख़बर आयी। इस पूरे मामले की जाँच पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि फ़िलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता। मामला संवेदनशील है, लेकिन पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि धमकी देने वाले व्यक्ति के दाऊद की गैंग से संबंध हैं या इसका तार कहीं और से जुड़ा हुआ है।
अपनी राय बतायें