शिवसेना (उद्धव बाल ठाकरे) के नेता संजय राउत ने कहा है कि अजित पवार का भविष्य एनसीपी के साथ ही ठीक है और वह बीजपी में शामिल नहीं हो सकते हैं। संजय राउत ने कहा, 'एनसीपी नेता अजित पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। मुझे नहीं लगता कि वह ऐसी चीजें करेंगे और बीजेपी के साथ जाएंगे।' राउत का यह बयान तब आया है जब वहाँ इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि आख़िर अजित पवार का रुख बीजेपी की तरफ़ नरम क्यों है? क्या बीजेपी में कुछ संभावनाएँ बन रही हैं?
ऐसी सुगबुगाटह के बीच ही संजय राउत का बयान आया है। उन्होंने कहा, 'एनसीपी के साथ अजित पवार का राजनीतिक भविष्य उज्ज्वल है। इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है। वह उनके साथ नहीं जाएँगे और भाजपा के गुलाम नहीं बनेंगे। हमें एनसीपी नेता अजित पवार पर पूरा भरोसा है।' संजय राउत ने आगे कहा कि आने वाले दिनों में अजित पवार और नाना पटोले से चर्चा की जाएगी।
राउत ने कहा, '16 मई को हमारी नागपुर में एक रैली है और उस रैली से पहले हम उनसे बात करेंगे।' एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'राकांपा सुप्रीमो शरद पवार अभिभावक हैं और हम उनके साथ हैं। कल मैंने और उद्धव ठाकरे ने शरद पवार से कई मुद्दों पर चर्चा की थी। हमारा संबंध फेविकोल जैसा है, इसे कोई अलग नहीं कर सकता। इसमें कोई भ्रम नहीं है।'
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात का स्वागत किया। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'विपक्ष के नेता के रूप में हम एक साथ हैं। मैं नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के कांग्रेस नेता राहुल गांधी और खड़गे से मिलने के क़दम का स्वागत करता हूं। यह एकजुटता की दिशा में एक सकारात्मक क़दम है, सभी विपक्ष एक साथ आएंगे और लड़ेंगे।'
अजित पवार ने बुधवार को महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनकी टिप्पणियों से महा विकास अघाडी में मतभेद पैदा होते हैं। उन्होंने कहा, 'कई बार नाना पटोले ऐसी बातें कहते हैं जो महा विकास अघाड़ी में मतभेद का कारण बनती हैं। अगर उन्हें कोई आपत्ति है, तो उन्हें मीडिया में जाने के बजाय इसे जयंत पाटिल या उद्धव ठाकरे के सामने उठाना चाहिए।'
पटोले ने आरोप से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल को अपने विचार बता दिए थे। उन्होंने कहा, 'ऐसा लगता है कि अजित पवार को तथ्यों की जानकारी नहीं है। हमने उनके प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल को जानकारी दी। अगर उन्होंने नहीं बताया, तो यह उनकी गलती है।'
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