आर्यन खान ड्रग्स मामले में रोजाना एक नया किरदार सामने आ रहा है और वह नए खुलासे कर रहा है। बीजेपी नेता मोहित कंबोज ने आरोप लगाया था कि सुनील पाटिल नाम का शख्स जो कि एनसीपी का नेता है, इस पूरे मामले का मास्टर माइंड है। अब सुनील पाटिल सामने आया है और उसने कहा है कि मोहित कंबोज द्वारा लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।
पाटिल का कहना है कि इस पूरे केस के मास्टर माइंड मनीष भानुशाली, किरण गोसावी और सैम डिसूजा हैं। रविवार को मुंबई पुलिस की एसआईटी ने सुनील पाटिल का बयान दर्ज किया।
कंबोज के आरोप झूठे: पाटिल
शनिवार को जैसे ही बीजेपी नेता मोहित कंबोज ने आर्यन खान ड्रग्स केस में सुनील पाटिल का नाम लिया तो महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई। क्योंकि मोहित कंबोज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि सुनील पाटिल एनसीपी का संस्थापक सदस्य है। कंबोज के आरोपों के बाद सुनील पाटिल मीडिया के सामने आया है और अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को झूठा करार दिया है।
पाटिल का कहना है कि वह इससे पहले कभी भी मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े से ना तो मिला और ना ही उसकी फोन पर कोई बात हुई। हालांकि पाटिल ने सैम डिसूजा, मनीष भानुशाली और किरण गोसावी से अपनी दोस्ती की बात स्वीकार की है।
पाटिल का कहना है कि करीब एक साल पहले उसकी मुलाकात डिसूजा से हुई थी। पाटिल के मुताबिक डिसूजा पिछले एक साल से लगातार उसके संपर्क में था, जबकि मनीष भानुशाली पिछले 14- 15 साल से उसका दोस्त है।
नीरज यादव का फ़ोन
पाटिल का कहना है कि एक अक्टूबर की रात को मध्य प्रदेश के भोपाल में रहने वाले नीरज यादव का फोन आया था कि मुंबई में क्रूज़ पर एक ड्रग्स पार्टी आयोजित की जा रही है, जिसकी जानकारी उसे एनसीबी के अधिकारियों को देनी है।
डिसूजा ने एनसीबी को दी ख़बर
इसके बाद मनीष भानुशाली ने पाटिल से कहा कि मुंबई में क्रूज़ पर एक बड़ी ड्रग्स पार्टी होने जा रही है इसलिए उनकी एनसीबी के किसी अधिकारी से जान पहचान करा कर दी जाए। पाटिल ने सैम डिसूजा को फोन किया और उसे किरण गोसावी और भानुशाली से मिलवाया। डिसूजा ने ड्रग्स पार्टी की जानकारी मुंबई एनसीबी को दी और फिर रेड की गई।
लिस्ट में आर्यन का नाम नहीं
पाटिल ने खुलासा किया कि एक अक्टूबर को नीरज यादव ने एक लिस्ट भेजी थी, इसमें उन लोगों के नाम थे, जो लोग ड्रग्स पार्टी में शामिल होने वाले थे लेकिन फिल्मस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का नाम इसमें नहीं था।
पाटिल ने कहा कि नीरज यादव ने जो लिस्ट उन्हें भेजी थी, वह उन्होंने भानुशाली को भी दिखाई थी क्योंकि वह भी उस समय अहमदाबाद में उसी के साथ होटल में मौजूद था। पाटिल के मुताबिक़, नीरज यादव ने उसे फोन कर यह भी बताया था कि इस ड्रग्स पार्टी में मध्य प्रदेश के भी कुछ बड़े लोग शामिल होने जा रहे हैं लेकिन आर्यन खान के इस ड्रग्स पार्टी में शामिल होने की जानकारी नीरज के द्वारा नहीं दी गई थी।
पाटिल का कहना है कि नीरज यादव बीजेपी के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय और मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का करीबी है।
पाटिल ने कहा कि ड्रग्स पार्टी के होने से पहले उसकी एनसीबी में किसी भी अधिकारी से कोई जान-पहचान नहीं थी। उसने सिर्फ जिस दिन एनसीबी ने क्रूज़ पर रेड की थी, उसी दिन समीर वानखेड़े को बधाई का मैसेज भेजा था। पाटिल का कहना है कि उसने सबसे बड़ी गलती सैम डिसूजा की मुलाकात मनीष भानुशाली और किरण गोसावी से कराकर की थी।
एनसीबी अफसर को रिश्वत!
पाटिल ने डिसूजा के बारे में एक बड़ा खुलासा भी किया है। पाटिल का कहना है कि करीब 4 महीने पहले डिसूजा ने उसे फोन किया था और कहा था कि मुंबई एनसीबी ने उसे ड्रग्स के एक मामले में समन भेजा है और उसे उस केस को निपटाने के लिए एनसीबी के एक अधिकारी वीवी सिंह को 25 लाख रुपये देने हैं, इसलिए उसे कुछ पैसों की जरूरत है। लेकिन सुनील पाटिल ने पैसे ना होने की बात कहते हुए डिसूजा को पैसे नहीं दिए थे। इसके कुछ दिन बाद डिसूजा ने सुनील पाटिल को बताया कि उसने एनसीबी के अधिकारी वीवी सिंह को 25 लाख रुपये देकर अपना केस खत्म करवा दिया था।
एनसीपी नेता पाटिल का कहना है कि क्रूज़ पर रेड के बाद मनीष भानुशाली और किरण गोसावी ने उसे फोन करके बताया था। इसके बाद रात को छापेमारी के बाद गोसावी ने आर्यन खान के साथ सेल्फी खींचकर भेजी थी और कहा कि यह शाहरुख खान का बेटा आर्यन खान है जिसे ड्रग्स केस में गिरफ्तार किया गया है।
पाटिल का कहना है कि किरण गोसावी ने एक मैसेज भेजकर उससे पूछा था कि क्या आर्यन खान केस में कोई सेटिंग हो सकती है। उसने भरोसा करके किरण गोसावी की मुलाकात डिसूजा से करा दी और इसी भरोसे पर सैम डिसूजा ने शाहरुख़ खान की मैनेजर पूजा डडलानी से 50 लाख की टोकन मनी भी दिलवा दी।
'देशमुख के बेटे को नहीं जानता'
पाटिल का कहना है कि 1999 से वह एनसीपी का कार्यकर्ता था और साल 2016 तक एनसीपी में रहा। इसके बाद वह राजनीति से बाहर आ गया। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के बेटे ऋषिकेश देशमुख से दोस्ती के बारे में पाटिल ने कहा कि वह ऋषि को नहीं पहचानता है, लेकिन अनिल देशमुख से एक बार धुले में मुलाकात हुई थी।
पाटिल ने कहा कि नवाब मलिक से वह कभी भी नहीं मिला। 7 अक्टूबर को उसने नवाब मलिक से पहली बार फोन पर बात की थी क्योंकि वह इस केस के बारे में उन्हें जानकारी देना चाहता था।
पाटिल से जब पूछा गया कि वह अब तक गायब क्यों रहा तो उसने कहा कि मनीष भानुशाली और उसके दोस्त धवल भानुशाली से उसकी जान को खतरा था जिसकी वजह से वह गायब था।
पाटिल ने मनीष भानुशाली और धवल भानुशाली पर आरोप लगाया कि वह उसे दिल्ली से बाहर जाने को दबाव डाल रहे थे और उसके साथ मारपीट भी कर रहे थे, लेकिन वह किसी तरह मुंबई पहुंच गया और एनसीपी नेता नवाब मलिक से मिला।
ड्रग्स केस में अवैध वसूली के आरोपों के बाद गठित की गई मुंबई पुलिस की एसआईटी ने सुनील पाटिल को रविवार की शाम को पूछताछ के लिए बुलाया था। पाटिल से पुलिस की एसआईटी ने सवाल जवाब भी किये। इसके अलावा एनसीबी की एसआईटी भी सुनील पाटिल को पूछताछ के लिए समन भेज सकती है।
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