राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने केंद्र सरकार पर राष्ट्रीय जाँच एजेंसियों का ग़लत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
पवार का कहना है कि केंद्र सरकार सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय, इनकम टैक्स और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का इस्तेमाल विपक्ष को दबाने के लिए कर रही है। पवार ने एनसीबी के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह एजेंसी केंद्र सरकार के दबाव में काम करती है और फ़िल्म इंडस्ट्री को बदनाम कर रही है।
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने बुधवार को कई मुद्दों पर मीडिया से बात की। उन्होंने सबसे पहले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पर निशाना साधा। पवार ने कहा कि एनसीबी के मुंबई ज़ोन के निदेशक समीर वानखेड़े इन दिनों काफी चर्चा में हैं।
बड़ी एजेन्सी, छोटा काम
शरद पवार ने एनसीबी के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह केंद्र की बड़ी एजेंसी है, लेकिन मुंबई पुलिस की एन्टी नारकोटिक्स सेल के मुकाबले ड्रग्स के ख़िलाफ़ कम काम कर रही है। उन्होंने कहा कि एनसीबी ने पिछले कुछ महीनों में काफी कम मात्रा में ड्रग्स बरामद किया है जबकि मुंबई पुलिस की एएनसी ने ज्यादा ड्रग्स बरामद किया है।
शरद पवार ने आर्यन ख़ान मामले में कहा कि एनसीबी ने क्रूज़ पर छापेमारी के दौरान ऐसे गवाहों को चुना जिनके ऊपर पहले से केस दर्ज हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कहीं समीर वानखेड़े के ऐसे लोगों से पहले से तो संबंध नहीं हैं।
पवार ने आगे कहा कि जब एनसीबी से सवाल पूछा जाता है तो बीजेपी के नेता जवाब देने क्यों आते हैं, क्या उन्होंने एनसीबी का कॉन्ट्रैक्ट लिया हुआ है।
वानखेड़े पर सवाल
पवार से जब एनसीबी के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने वानखेड़े के बारे में जानकारी इकठ्ठी की है। जब वह पहले हवाई अड्डे पर एअर इंटेलिजेंस यूनिट में तैनात थे तो उन्होंने वहाँ भी कुछ ऐसे ही काम किये थे।
केंद्रीय एजेंसियों सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स विभाग और एनसीबी का दुरुपयोग करने के सवाल पर पवार ने कहा कि मुझे जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक़ केंद्रीय एजेंसी ने अनिल देशमुख के घर पर 5 बार छापेमारी की है। लेकिन छापेमारी में क्या मिला अभी तक मुझे समझ नहीं आ रहा है।
पवार ने आगे कहा कि एनसीपी और शिवसेना के नेताओं को ज्यादा निशाने पर लिया जा रहा है।
कुछ दिन पहले ही अजित पवार के रिश्तेदारों पर हुई आयकर छापेमारी पर शरद पवार ने कहा कि इनकम टैक्स और ईडी छापेमारी तो करते हैं, लेकिन जाँच में कुछ नहीं निकलता है।
अनिल देशमुख
पवार ने अनिल देशमुख के अंडरग्राउंड होने पर कहा कि देशमुख के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है, लेकिन उन्होंने हाई कोर्ट में अपील की हुई है। जैसे ही अदालत का कोई फ़ैसला आता है, वे अदालत के सामने हाज़िर होंगे।
पवार ने कहा कि पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर एक पुलिस अधिकारी ने आरोप लगाया, जिस कारण उन्हें इस्तीफ़ा देना पड़ा। आरोप लगाने वाले उस पुलिस अधिकारी का कहीं पता नहीं चल रहा है। परमबीर सिंह अब क्यों गायब हो गए हैं?
बता दें कि मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और अनिल देशमुख के ऊपर पुलिस से वसूली कराने का आरोप लगाया था। आरोपों के चलते अनिल देशमुख को इस्तीफ़ा देना पड़ा था। लेकिन पिछले कुछ दिनों से परमबीर सिंह के बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वे कहाँ हैं।
लखीमपुर खीरी
शरद पवार ने लखीमपुर खीरी में केंद्रीय मंत्री के बेटे द्वारा किसानों के कुचलने की घटना को काफी दर्दनाक बताया है। पवार ने कहा इससे भी ज़्यादा दुर्भाग्य की बात यह है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा खुद अपने बेटे को बचाने के लिए मैदान में उतर गए हैं।
पवार ने कहा कि जब तक अजय मिश्रा मंत्री पद पर रहेंगे, निष्पक्ष जाँच कैसे हो पाएगी। घटना के 5 से 6 दिन बाद जब मामला सुप्रीम कोर्ट में गया तो सरकार ने मंत्री के बेटे को गिरफ़्तार किया। मेरा मानना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी अपनी ज़िम्मेदारी से बच नही सकते। केन्दीय गृह राज्यमंत्री को फौरन इस्तीफा देना चाहिए।
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