भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी की तीखी आलोचना करने वाली शिवसेना के सुर बदल गए हैं और वह अब उनकी तारीफ करने लगी है।
पार्टी के सांसद व प्रवक्ता संजय राउत ने गुरुवार को प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि वे देश व बीजेपी के नेता हैं, बीजेपी की पिछले सात की कामयाबी उनकी वजह से है।
इसके दो दिन पहले शिवसेना नेता व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मोदी से मुलाक़ात की थी और कहा था कि 'राजनीति में हम साथ-साथ नहीं हैं, पर इसका मतलब यह नहीं कि हमारे रिश्ते ख़त्म हो गए हैं।'
रास्ते हुए अलग
इसके साथ ही कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं और पूछा जाने लगा है कि शिवसेना के रुख में बदलाव की क्या वजह है।
बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीति में लगभग 25 साल साथ-साथ काम करने वाले और चुनाव लड़ने व कई बार सरकार चलाने वाले इन दोनों दलों ने पिछले महाराष्ट्र चुनाव के पहले रास्ते अलग कर लिए, शिवसेना ने कांग्रेस व एनसीपी के साथ मिल कर सरकार बनाई। उसके बाद दोनों दलों में कटुता बढ़ती गई और दोनों ने एक-दूसरे पर बढ़ चढ़ कर और बेहद तीखे हमले किए।
मामला क्या है?
संजय राउत ने यह बात तब कही जब महाराष्ट्र के जलगाँव में उनसे पत्रकारों ने कहा कि मीडिया में खबरें आई हैं कि आरएसएस राज्यों के चुनावों में राज्य के नेताओं को चेहरे के रूप में पेश करने पर विचार कर रहा है। ऐसे में क्या उन्हें लगता है कि मोदी की लोकप्रियता कम हुई है?
इस पर शिवसेना के राज्यसभ सदस्य ने कहा, 'मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता...मैंने मीडिया में आईं खबरें नहीं देखी हैं। इस बारे में कोई आधिकारिक बयान भी नहीं आया है। पिछले सात साल में बीजेपी की सफलता का श्रेय मोदी को जाता है। वह अभी देश और अपनी पार्टी के शीर्ष नेता हैं।'
याद दिला दें कि कुछ दिन पहले महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा था कि अगर मोदी चाहें तो उनकी पार्टी बाघ (शिवसेना का चुनाव चिन्ह) से दोस्ती कर सकती है।
इस पर राउत ने कहा, 'बाघ के साथ कोई दोस्ती नहीं कर सकता, बाघ ही तय करता है कि उसे किसके साथ दोस्ती करनी है।'
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