मनसुख हिरेन हत्याकांड और सचिन वाज़े केस में हुई मुंबई क्राइम ब्रांच की किरकिरी के बाद मुंबई पुलिस के नए कमिश्नर हेमंत नागराले ने मुंबई पुलिस में सफाई अभियान चलाया है। नागराले ने रिकॉर्ड 86 पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया है। जिनमें से 65 पुलिस अधिकारी क्राइम ब्रांच के हैं।
बताया जा रहा है कि पुराने पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह और सचिन वाजे विवाद के बाद कई सालों से एक ही यूनिट में जमे हुए इन क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का तबादला किया गया है। जितने भी पुलिस अधिकारियों का तबादला हुआ है उन्हें बहुत जल्द अपनी नई जगह पर ज्वाइन करने के लिए कहा गया है।
मुंबई पुलिस में मंगलवार रात उस समय खलबली मच गई जब मुंबई क्राइम ब्रांच सहित लोकल पुलिस स्टेशन में इतनी बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारियों के तबादले का फरमान आया।
अच्छी जगह पोस्टिंग नहीं दी
सचिन वाजे के मामले के बाद क्राइम ब्रांच के इन अधिकारियों के तबादले में एक खास बात देखने को यह मिली कि जितने भी अधिकारियों का तबादला हुआ है, वह या तो किसी पुलिस स्टेशन के कंट्रोल रूम में हुआ है या फिर किसी लोकल पुलिस स्टेशन में। इनमें से किसी भी अधिकारी को कोई खास पोस्टिंग नहीं दी गई है।
इसका मतलब साफ है कि सरकार द्वारा इस मिथक को तोड़ने की कोशिश की गई है कि क्राइम ब्रांच का अधिकारी क्राइम ब्रांच में ही रहेगा। अब क्राइम ब्रांच में लोकल पुलिस स्टेशन के ऐसे अधिकारियों को तैनात किया गया है जिनका ट्रैक रिकॉर्ड साफ-सुथरा है।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी किये गए आदेश में क्राइम ब्रांच की अलग-अलग यूनिट के 28 पुलिस इंस्पेक्टर के अलावा 16 असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर और 19 पुलिस सब इंस्पेक्टर का लोकल पुलिस स्टेशन और दूसरी जगह तबादला किया गया है। मुंबई पुलिस के महकमे में अचानक हुए इतने बड़े फेरबदल को हाल ही में हो रही पुलिस की छीछालेदर से जोड़कर देखा जा रहा है।
वाजे के करीबी निशाने पर
मुंबई क्राइम ब्रांच की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में पिछले कई सालों से एक ही जगह पर बैठे कई ऐसे पुलिस इंस्पेक्टर और एपीआई को दूसरी जगहों पर ट्रांसफर किया गया है। इस ट्रांसफर प्रक्रिया में क्राइम ब्रांच पर खास ध्यान दिया गया। खास तौर पर सचिन वाजे गैंग के पुलिस अधिकारियों को दूसरे पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर किया गया है।
तबादला होने वालों में क्राइम ब्रांच के कुछ पुलिस अधिकारी तो ऐसे हैं जिनको खासतौर पर परमबीर सिंह और सचिन वाजे क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में लेकर आए थे, उन्हीं पर सबसे पहले गाज गिरी है।
काज़ी का भी तबादला
क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में करीब एक साल से तैनात और सचिन वाज़े प्रकरण में एनआईए द्वारा पूछताछ का सामना करने वाले अधिकारी असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर रियाजुद्दीन काज़ी का भी क्राइम ब्रांच के सीआईयू से लोकल पुलिस स्टेशन में तबादला किया गया है। रियाजुउद्दीन काज़ी को सचिन वाजे का खास आदमी बताया जाता है और मुकेश अंबानी प्रकरण में उसकी भूमिका भी संदेह के घेरे में है। एनआईए काज़ी से कई बार पूछताछ भी कर चुकी है।
बता दें कि मनसुख हिरेन मर्डर केस के मुख्य आरोपी सचिन वाजे मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच में एपीआई के पद पर थे और सीआईयू के सर्वेसर्वा भी थे। मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर से विस्फोटक मिलने के मामले में गिरफ्तार वाजे 25 मार्च तक एनआईए की हिरासत में हैं।
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