एनसीपी के बाग़ी नेता अजीत पवार जब शनिवार रात करीब पौने बारह बजे अपनी गाड़ी से अपने भाई श्रीनिवास पवार के नेपियन्सी रोड स्थित घर से बाहर निकले तो मीडिया की नजरें उन पर थी। सबको यही इंतज़ार था कि 'ऑपरेशन लोटस' में आज रात कुछ नया एपिसोड तो नहीं होने वाला है। लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं और इधर-उधर घूम कर अजीत पवार दक्षिण मुंबई स्थित अपने घर पहुंच गए। शनिवार सुबह हुए राजनीतिक भूकंप का असर मुंबई में दिन भर दिखाई देता रहा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के जिन विधायकों के टूटने की ख़बर आई, वे एक-एक करके देर शाम तक शरद पवार के पास पहुंचते रहे। विधायकों के अलावा बड़ी संख्या में एनसीपी के कार्यकर्ता मुंबई के वाईबी चव्हाण प्रतिष्ठान के बाहर जमा थे और नारेबाज़ी करते रहे। माहौल क़रीब-क़रीब वैसा ही बन गया था जैसा विधानसभा चुनाव से पहले ईडी के नोटिस के बाद शरद पवार के समर्थन में था। लेकिन अजीत पवार के बग़ावत करने के इस क़दम की परतें अब एक-एक खुलकर सामने आने लगी हैं।
महाराष्ट्र: क्या फ़ेल हो गया ‘ऑपरेशन लोटस’ और जीत गए शरद पवार?
- महाराष्ट्र
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- 24 Nov, 2019

महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान में असली कहानी अभी बाक़ी है और वह विधानसभा के पटल पर लिखी जानी है।