शिवसेना पर एक ही परिवार का नियंत्रण होने और उसी परिवार के इर्द-गिर्द पूरी पार्टी की रणनीति और राजनीति घूमते रहने की बात तो बाला साहेब ठाकरे के समय से ही चल रही है।