परमबीर सिंह अब एक और मुश्किल में फँसते दिख रहे हैं। मुकेश अंबानी के घर के पास कार में विस्फोटक सामग्री मिलने के मामले से जुड़े कथित जैश-उल-हिंद के टेलीग्राम संदेश को लेकर नया खुलासा हुआ है। आरोप है कि उस टेलीग्राम संदेश को लेकर साइबर सुरक्षा के पेशेवर द्वारा जो रिपोर्ट बनाई गई थी उसको तत्कालीन पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने छेड़छाड़ कर तैयार करवाई थी। साइबर सुरक्षा के उस पेशेवर ने ही राष्ट्रीय जाँच एजेंसी यानी एनआईए के सामने यह बात कही है। उसने एजेंसी को बताया है कि उसने जो मूल रिपोर्ट तैयार की थी उसमें तो मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक का ज़िक्र भी नहीं था। उसने आरोप लगाया है कि परमबीर सिंह के कहने पर उसने जैश-उल-हिंद के पोस्टर को उसमें जोड़ दिया था। उसका कहना है कि उस काम के बदले परमबीर सिंह ने जबरन उसे 5 लाख रुपये भी दिए थे।
अंबानी केस- परमबीर सिंह ने टेलीग्राम केस की रिपोर्ट बदलवाई थी: साइबर पेशेवर
- महाराष्ट्र
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- 1 Oct, 2021
मुकेश अंबानी विस्फोटक मामले से जुड़े कथित जैश-उल-हिंद के टेलीग्राम संदेश को लेकर परमबीर सिंह फँसते दिख रहे हैं। साइबर सुरक्षा के पेशेवर ने दावा किया है कि उस टेलीग्राम मामले की रिपोर्ट से परमबीर सिंह ने छेड़छाड़ करवाई थी।

साइबर सुरक्षा के पेशेवर के इस बयान से मुकेश अंबानी के घर के पास कार में विस्फोटक सामग्री मिलने के मामले में नये सिरे से सवाल खड़े होते हैं। सवाल यह कि आरोपों के अनुसार आख़िर परमबीर सिंह ने उस रिपोर्ट को क्यों अपने तरीक़े से बदलवाई? क्या उस मामले से उनका कोई फायदा था या फिर एनआईए प्रमुख से शाबाशी के लिए किया?