देश का एकमात्र शहर मुंबई है जो कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में वुहान से भी आगे निकल गयी है। मुंबई में संक्रमण के मामले 51 हज़ार 100 हो गए हैं जबकि वुहान में अब तक 50 हज़ार 333 पॉजिटिव केस ही आए हैं। वुहान ही वह शहर है जहाँ सबसे पहले कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया था। अक्सर किसी शहर में जब तेज़ी से मामले बढ़ने लगते हैं तो उसकी वुहार शहर से तुलना की जाने लगती है। लेकिन मुंबई तो वास्तव में ही वुहान से भी आगे निकल गई।
पहली बार यह वायरस जब चीन के वुहान शहर में दिसंबर महीने में आया तो विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ का कहना था कि यह एक नया वायरस है। चीन के हुएई प्रांत के वुहान शहर में न्यूमोनिया के कई केस आने के बारे में डब्ल्यूएचओ को 31 दिसंबर 2019 को जानकारी दी गई थी। यह वायरस अलग तरह का वायरस था। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार क़रीब एक हफ़्ते बाद 7 जनवरी को उसे बताया गया कि चीन के अधिकारियों ने एक नये वायरस की पहचान की। यह नया वायरस कोरोना वायरस था। इसके बाद वुहान शहर कोरोना का केंद्र बन गया। लेकिन मार्च-अप्रैल आते-आते वहाँ यह वायरस पूरी तरह नियंत्रण में हो गया, लेकिन दुनिया के दूसरे शहर इसकी गंभीर चपेट में हैं। मुंबई भी उनमें से एक है।
यानी वुहान ही वह शहर है जहाँ से संक्रमण का मामला आया था और मुंबई, जहाँ वायरस का संक्रमण काफ़ी बाद में आया, वह शहर अब इस वायरस की चपेट में है। हालाँकि मौत के मामले में वुहान अभी भी आगे है। वहाँ 3869 लोगों की मौत हुई है, जबकि मुंबई में 1760 मरीज़ों की मौत हुई है। संक्रमण के कुल मामले के लिहाज़ से मुंबई वुहान से आगे निकली है।
हालाँकि पूरे महाराष्ट्र की बात करें तो चीन से ज़्यादा संक्रमण के मामले आ चुके हैं। महाराष्ट्र में जहाँ पॉजिटिव लोगों की संख्या 90 हज़ार के पार कर चुकी है वहीं चीन में यह संख्या क़रीब 84 हज़ार ही है। महाराष्ट्र में संक्रमण के कुल मामले में से आधे से ज़्यादा सिर्फ़ मुंबई शहर से हैं। यानी संक्रमण की चपेट में मुंबई राज्य में तो सबसे ज़्यादा है ही, पूरे देश में भी है।
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