महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गुरुवार को कहा है कि मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में 26 कर्मचारी और 77 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे पहले रिपोर्टों में कहा गया था कि मुंबई की भीड़भाड़ वाली इस ऑर्थर रोड जेल में 72 कैदियों और 7 कर्मचारियों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। लेकिन बाद में यह संख्या बढ़ गई। इससे एक दिन पहले ही दो अंडर-ट्रायल कैदियों और जेल के दो गार्डों में इस वायरस की पुष्टि हुई थी। यह पहली बार है कि महाराष्ट्र की जेल में कोरोना के मामले सामने आए हैं। इस जेल में क़रीब 2600 कैदी हैं जबकि इसकी क्षमता 800 की ही है।
रिपोर्टों में जेल के अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि शुक्रवार सुबह इन सभी संक्रमित कैदियों को जीटी हॉस्पिटल और सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल में पुलिस की निगरानी में भर्ती कराया जाएगा। जेल के कर्मियों को भी उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।
देश में महाराष्ट्र ही वायरस से सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य है। राज्य में मुंबई में ही सबसे ज़्यादा मामले सामने आ रहे हैं। राज्य में कोरोना वायरस के कुल मामले 17 हजार के क़रीब पहुँच गए हैं। राज्य में अबतक 651 लोगों की मौत हो चुकी है। बीएमसी की ओर से जानकारी दी गई कि धारावी में कोरोना वायरस से संक्रमण के गुरुवार को 50 नए मामले सामने आए हैं। इन सबको लेकर राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। पूरे देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले 50 हज़ार को पार कर गए हैं और मरने वालों की संख्या भी 1700 से ज़्यादा हो गई है।
हालाँकि देश भर में पॉजिटिव केस बढ़ते जा रहे हैं लेकिन इसी बीच रेड ज़ोन और कंटेनमेंट वाले क्षेत्रों को छोड़कर लॉकडाउन में ढील भी दी गई है। महाराष्ट्र में भी यह ढील दी गई थी। कई तरह की पाबंदियाँ हटाई गई थीं। शराब की दुकानें भी खुली थीं। लेकिन छूट से मची अफ़रातफ़री को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई और दूसरे इलाक़ों में लॉकडाउन में दी गयी छूट वापस ले ली और सख़्ती बढ़ा दी है। यह सख़्ती इसीलिए बढ़ाई गई है क्योंकि वायरस का संक्रमण काफ़ी तेज़ी से फैलते जा रहा है।
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