मनोज जारांगे पाटिल के नेतृत्व में चल रहे मराठा आंदोलन से पूरी महाराष्ट्र सरकार परेशान है। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर वह भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उनके समर्थक कई बार हिंसा पर उतर आए हैं और विधायकों के घर तक फूंक दिए गए। समर्थन में सांसद तक इस्तीफा दे चुके हैं। उग्र हो रहे प्रदर्शन के बीच छत्रपति संभाजीनगर जिले में मोबाइल और ब्रॉडबैंड इंटरनेट को अगले 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी बैकफुट पर नज़र आ रहे हैं। तो सवाल है कि आख़िर ऐसी स्थिति पैदा करने वाले मराठा आंदोलन का नेतृत्वकर्ता मनोज जारांगे पाटिल कौन हैं? वह इस हैसियत में आख़िर कैसे पहुँच गए।