शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि एनसीपी मुखिया शरद पवार को केंद्र सरकार के एक मंत्री धमकी दे रहे हैं। दूसरी ओर एकनाथ शिंदे का वह वीडियो सामने आने के बाद जिसमें वो राष्ट्रीय पार्टी का साथ होने की बात कह रहे हैं, महाराष्ट्र की सियासत में हलचल और तेज हो गई है।
संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि शरद पवार को दी जाने वाली धमकियों में कहा जा रहा है कि उन्हें घर नहीं जाने देंगे और वह सरकार को न बचाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री सुन लें कि उनका एक मंत्री शरद पवार को धमकी दे रहा है।
संजय राउत ने पूछा कि क्या शरद पवार को मिल रही इस तरह की धमकियों को केंद्र सरकार का समर्थन हासिल है।
उधर, शिवसेना की ओर से 12 बागी विधायकों को अयोग्य साबित करने के लिए महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर को दी गई अर्जी पर बागी नेता एकनाथ शिंदे ने कहा है कि उन्हें डराने की कोशिश ना की जाए।
एकनाथ शिंदे ने आज तक से बातचीत में कहा है कि शिवसेना को इस तरह की अर्जी देने का कोई हक नहीं है। शिंदे ने कहा कि शिवसेना ने गैरकानूनी तरीके से गटनेता बनाया है और किसी भी बैठक से गैरहाजिर रहने के लिए इस तरह का नोटिस नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहा कि ऐसे एक क्या 10 नोटिस आएंगे तो भी उनके साथ मौजूद विधायक डरेंगे नहीं क्योंकि शिवसेना के पास यह कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने बातचीत में कहा कि 37 विधायकों का गुट बनाने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता है और देश में लोकतंत्र है, कानून है, संविधान है और नियम-कायदे हैं और इन्हें कोई तोड़ नहीं सकता।
शिंदे ने आज तक से कहा कि यह शिवसेना की ओर से दबाव बनाने की कोशिश है लेकिन वे कामयाब नहीं होंगे क्योंकि हम लोग एकजुट हैं और हमने सोच-समझकर ही यह कदम उठाया है।
महाराष्ट्र बीजेपी के कई नेता और महाराष्ट्र से आने वाले कुछ केंद्रीय मंत्री लगातार यह दावा कर रहे थे कि महाराष्ट्र में जल्द ही ठाकरे सरकार गिर जाएगी। एकनाथ शिंदे और बड़ी संख्या में शिवसेना के विधायकों की बगावत के बाद उनकी यह बात सच साबित होती दिख रही है।
शिवसेना के बागी विधायकों के सूरत से लेकर गुवाहाटी में रहने तक बीजेपी के कई नेता होटल में पहुंचकर बागियों से मुलाकात कर चुके हैं और राष्ट्रीय पार्टी का साथ होने वाला शिंदे का वीडियो बताता है कि इस बगावत में बीजेपी का हाथ जरूर है।
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