यह सवाल राजनीति में रुचि रखने वाले हर इंसान के ज़ेहन में चल रहा है और चर्चा का विषय भी बना हुआ है। कारण यह कि महाराष्ट्र में ठाकरे परिवार के हाथों से सिर्फ सत्ता ही नहीं गयी अपितु संगठन भी खिसकने की प्रबल आशंकाएं नजर आ रहीं हैं।