लगभग जिस समय दिल्ली में तब्लीग़ी जमात ने धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया, उसी समय महाराष्ट्र में भी ऐसा आयोजन होने वाला था। लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने इस कार्यक्रम को नहीं होने दिया, जबकि इस साल 22 जनवरी को ही कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति दी जा चुकी थी।