एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड की एक टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया है। जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो अब उन्होंने माफी मांगी है और अपने बयान पर खेद जताया है। आव्हाड ने कह दिया था कि 'भगवान राम मांसाहारी थे'। राम मंदिर की होने वाली प्राण प्रतिष्ठा के माहौल के बीच उनके इस बयान से विवाद बढ़ गया था और अजित पवार खेमे के एनसीपी नेताओं ने आव्हाड के घर के बाहर प्रदर्शन किया था।
भगवान राम को मांसाहारी कहा था, जानें अब सफाई क्या दे रहे एनसीपी नेता
- महाराष्ट्र
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- 4 Jan, 2024
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता जितेंद्र आव्हाड ने आख़िर भगवान राम के बारे में विवादित टिप्पणी क्यों की थी और इस पर माफी क्यों मांगी है?

दरअसल, एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड ने शिरडी में पार्टी के अध्ययन शिविर में पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ को संबोधित करते हुए यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि 'भगवान राम बहुजनों के राजा थे और मांसाहारी थे'। उन्होंने कहा था, 'हम इतिहास नहीं पढ़ते और राजनीति में सब कुछ भूल जाते हैं। राम हमारे हैं। हम बहुजनों का। जो खाने के लिए शिकार करते थे... राम कभी शाकाहारी नहीं थे। वह मांसाहारी थे। उन्होंने पूछा, 'जो आदमी 14 साल तक जंगल में रहा वह शाकाहारी कैसे रह सकता है।'