आईआईटी बॉम्बे में छात्र दर्शन सोलंकी की कथित आत्महत्या की जाँच के लिए संस्थान द्वारा गठित एक जांच समिति ने पाया है कि छात्र के साथ जातिगत भेदभाव किए जाने का कोई सबूत नहीं है। इसके साथ ही इसने उसके 'बिगड़ते शैक्षणिक प्रदर्शन' को आत्महत्या जैसे क़दम उठाने के पीछे एक संभावित कारण का संकेत दिया है।