यह लोकसभा चुनाव महाराष्ट्र की राजनीति में काफी खास माना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि शिवसेना और एनसीपी दोनों में ही बंटवारा हो चुका है। पूर्व की दोनों पार्टियां अब दो से बढ़कर चार हो चुकी हैं।