सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर उनकी एक्स गर्लफ़्रेंड रिया चक्रवर्ती के बारे में जो भी दावे पहले दिन से किए जाते रहे, वे सब अब एक के बाद एक कर गिरने लगे हैं। सुशांत के परिवार की ओर से पहले कहा गया कि रिया ने उसे जहर दिया है, वह सुशांत की हत्यारी है, लेकिन एम्स के डॉक्टर्स के पैनल और सीबीआई ने इसे पूरी तरह नकार दिया और कहा कि यह हत्या का नहीं, आत्महत्या का मामला है। रिया पर सुशांत के अकाउंट्स में धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए गए लेकिन वे ईडी की जांच में बेबुनियाद साबित हुए हैं।
इसके अलावा सुशांत के अकाउंट्स से 15 करोड़ रुपये ट्रांसफ़र करने का परिजनों का आरोप भी झूठा साबित हुआ है, क्योंकि ईडी को अपनी जांच में पता चला है कि परिजनों को सुशांत के पैसे के मामले की कोई जानकारी ही नहीं थी। फिर न जाने उन्होंने इस तरह के बे-सिर-पैर के आरोप क्यों लगा दिए?
अब एक और दावा झूठा साबित हुआ है। रिया चक्रवर्ती के पड़ोस में रहने वाली महिला ने उन पर सुशांत की मौत से एक दिन पहले फ़िल्म अभिनेता से मिलने का आरोप लगाया था लेकिन वह अपने इस आरोप को सीबीआई के सामने साबित नहीं कर सकीं। महिला ने यह दावा टेलीविजन चैनलों से बातचीत में किया था। महिला ने अब कहा है कि 13 जून को उसने सुशांत को रिया को उसके घर पर ड्रॉप करते नहीं देखा।
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
सीबीआई ने उन्हें इस तरह की झूठी बातें फैलाने से बाज़ आने की चेतावनी दी है। रिया के वकील सतीश मानशिंदे ने कहा है कि वे इस तरह के सभी लोगों, जिन्होंने टीवी पर और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में फर्जी दावे किए, उनके नामों की सूची बनाकर इस जांच एजेंसी को सौंपेंगे और ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करने की भी मांग करेंगे।
समझ नहीं आता कि इस तरह के फर्जी दावे करने का क्या मतलब है। इस तरह के दावों की वजह से ही फ़िल्म अभिनेत्री को 28 दिन तक जेल में रहना पड़ा, जबकि उन्होंने कई एजेंसियों के सामने साफ-साफ कहा कि उनका ड्रग्स मामले या सुशांत की मौत से कोई लेना-देना नहीं है।
न्यूज़ चैनलों ने बनाया निशाना
कुछ न्यूज़ चैनलों ने यह ख़बर जोर-शोर से चलाई थी कि रिया चक्रवर्ती ने एनसीबी के सामने इस बात को कबूल लिया है कि वह ड्रग्स लेती थीं। लेकिन एनसीबी की रिमांड कॉपी सामने आने के बाद पता चला था कि इसमें रिया के ड्रग्स लेने की बात का कोई जिक्र ही नहीं था। तब यह सवाल खड़ा हुआ था कि क्या रिया को जान-बूझकर निशाना बनाया गया।
इसके बाद एनसीबी की ओर से कहा गया कि रिया ड्रग पैडलर हैं लेकिन बॉम्बे हाई कोर्ट के जज ने जांच एजेंसी के इस दावे को ठुकरा दिया। रिया के वकील ने एनडीटीवी को बताया कि अदालत इस मामले में मीडिया ट्रायल की भूमिका को भी देख रही है।
पीड़ा से गुजरा परिवार
रिया के जेल से बाहर आने के बाद उनकी मां संध्या चक्रवर्ती ने मीडिया से बातचीत में कहा था- 'भगवान मौजूद हैं।' उन्होंने कहा था कि उन्हें ख़तरा महसूस होने लगा था और सुरक्षा के लिए दरवाजे पर सीसीटीवी कैमरे लगाने पड़े। वह कहती हैं कि वह ऐसी स्थिति से गुजरीं कि उन्हें जान देने तक के ख्याल तक आने लगे थे। वह अभी भी डरी हुई हैं कि पता नहीं आने वाले वक्त में क्या होगा।
‘सुशांत ने लोगों का इस्तेमाल किया’
रिया ने जेल में रहने के दौरान अपनी जमानत के लिए लगाई गई अर्जी में कहा था कि सुशांत ने ड्रग्स के लिए अपने करीबी लोगों का इस्तेमाल किया। रिया ने यह भी कहा था कि उन्हें निशाना बनाए जाने की कोशिश हो रही है, एनसीबी और तीन केंद्रीय एजेंसियां उनके ख़िलाफ़ जांच कर रही हैं लेकिन उन्हें कोई भी सबूत नहीं मिला है।बॉलीवुड में ड्रग्स कनेक्शन को लेकर रिया का नाम आने पर देखिए वीडियो-
रिया ने अर्जी में कहा था, ‘यह पूरी तरह साफ है कि घर में सुशांत सिंह राजपूत अकेले ऐसे शख़्स थे जो ड्रग्स लेते थे और वह अपने स्टाफ़ के लोगों को ड्रग्स ख़रीदने के लिए कहते थे।’
रिया ने कहा था कि अगर सुशांत आज जिंदा होते तो उन पर ड्रग्स की थोड़ी सी मात्रा लेने का केस होता और यह जमानती अपराध होता और वह एक साल की जेल के बाद छूट जाते। लेकिन यह बेहद बेहूदी बात है कि, ‘ड्रग्स लेने वाले शख़्स को तो अधिकतम एक साल की जेल होगी लेकिन मैंने कुछ मौक़ों पर उनकी ड्रग्स के पैसे का भुगतान किया, मुझे 20 साल की सजा हो सकती है।’
रिया ने अर्जी में लिखा था कि जांच एजेंसियों द्वारा इकट्ठे किए गए सबूतों से यह बात साफ होती है कि केवल सुशांत ही ड्रग्स लेते थे, वह इसके आदी थे और इसके लिए वह अपने आसपास रहने वाले लोगों का इस्तेमाल करते थे।
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