loader

पनामा पेपर: ऐश्वर्या राय से दिल्ली में ईडी ने की 5 घंटे पूछताछ

फिल्म अभिनेत्री और मेगास्टार अमिताभ बच्चन की बहू ऐश्वर्या राय बच्चन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ईडी ने ऐश्वर्या राय बच्चन को पनामा पेपर लीक मामले में समन भेजा था। इसके बाद ऐश्वर्या दिल्ली आईं और उनसे क़रीब पाँच घंटे तक पूछताछ की गई। रिपोर्ट है कि जांच एजेंसी ने उनका बयान दर्ज किया, जिसमें दावा किया गया था कि उन्होंने अपना पैसा ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह में स्थित एक कंपनी में रखा था। हालाँकि यह स्पष्ट नहीं है कि उनको बाद की तारीख में और पूछताछ के लिए बुलाया गया है या नहीं।  

ईडी ने पनामा पेपर लीक मामले में कुछ साल पहले एफआईआर दर्ज की थी और एजेंसी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही थी। पनामा पेपर लीक मामले में अमिताभ बच्चन का भी नाम आया था और उन पर टैक्स की चोरी का आरोप लगा था।

इससे पहले भी ईडी एक बार ऐश्वर्या राय बच्चन को समन भेज चुकी है जिसका जवाब उन्होंने ईडी के अधिकारियों को भेज दिया था। 

ताज़ा ख़बरें

ईडी ने ऐश्वर्या से यह जानकारी उस समय मांगी थी जब उनका नाम पनामा पेपर लीक मामले में आया था। ऐश्वर्या पर आरोप लगा था कि उन्होंने विदेशों में धन छुपाया है और टैक्स की चोरी की है।

पनामा पेपर लीक मामले में जिन लोगों के नाम सामने आए थे इसी जानकारी के आधार पर केंद्र सरकार ने ईडी को इस मामले की जांच सौंपी थी। इसके बाद ईडी ने इन लोगों को समन भेजकर पूछताछ शुरू की थी। आपको बता दें कि इस मामले में फ़िल्म अभिनेता अजय देवगन का भी नाम सामने आया था। 

महाराष्ट्र से और ख़बरें

पनामा पेपर मामले में जिन लोगों के नाम आए थे उन पर आरोप लगा था कि उन्होंने विदेशों में धन छिपाया हुआ है और सरकार के टैक्स की चोरी की है। साल 2017 में टैक्स हेवेन कहे जाने वाले देश पनामा की एक लॉ फर्म मोसेक फोंसेका का 40 साल का डाटा लीक हो गया था। 

इस लीक हुए डाटा में अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय, अजय देवगन समेत करीब 500 भारतीय हस्तियों के नाम थे। इनमें कई बड़े नेता, फिल्म अभिनेता, खिलाड़ी, बिजनेसमैन शामिल थे। 

आरोपों को किया था खारिज 

हालांकि पनामा पेपर मामले में नाम आने के बाद अमिताभ बच्चन ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। अमिताभ ने कहा था कि उन्होंने नियमों के हिसाब से ही विदेश में पैसा भेजा था और इस मामले में कोई हेराफेरी नहीं की थी। अमिताभ ने कहा था कि उन्होंने अपनी जानकारी ईडी के अधिकारियों को भेज दी थी।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
सोमदत्त शर्मा
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें