सुशांत सिंह राजपूत मामले और कंगना रनौत प्रकरण में केंद्र सरकार की दख़ल के चलते क्या महाराष्ट्र और केंद्र सरकार में टकराव का नया दौर शुरू होने वाला है या यूँ कह लें कि अब ‘खुला खेल फर्रुखाबादी’ अंदाज़ में टकराव देखने को मिलेगा। प्रदेश में सत्ता गँवाने के बाद से ही केंद्र सरकार और बीजेपी के शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार से टकराव के कई छोटे-मोटे वाकये हुए हैं। लेकिन जिस तरह से कंगना रनौत प्रकरण के ठीक अगले दिन ही राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार ने भीमा कोरेगाँव प्रकरण में केंद्र सरकार द्वारा एनआईए से कराई जा रही जाँच को लेकर समीक्षा बैठक बुलाई, चर्चाओं का नया दौर शुरू हो गया। इस बैठक के बाद पवार ने कहा कि जिस तरह से जाँच चल रही है उसको लेकर हम संतुष्ट नहीं हैं और कांग्रेस पार्टी भी नाराज़ है। कांग्रेस ने इस मामले की जाँच के लिए एसआईटी के गठन की माँग की है।
भीमा कोरेगाँव : शरद पवार ने एसआईटी जाँच की बात फिर क्यों उठाई?
- महाराष्ट्र
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- 11 Sep, 2020

शरद पवार भीमा कोरेगाँव मामले की एनआईए जाँच की समीक्षा के लिए बैठक में शामिल हुए। भीमा कोरेगाँव एसआईटी जाँच की माँग की गई। लेकिन क्या यह संभव है?