मुकेश अंबानी के घर के पास मिली स्कॉर्पियो कार के मालिक मनसुख हिरेन की मौत के मामले में महाराष्ट्र एटीएस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया है। एंटी टेररिस्ट स्क्वाड यानी एटीएस के बड़े अधिकारी का कहना है कि इस मामले में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या, धारा 120 बी यानी आपराधिक साज़िश रचने और धारा 201 के तहत सुबूत मिटाने का केस मनसुख की पत्नी की शिकायत के बाद दर्ज किया गया है। महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को ही मनसुख हिरेन की मौत की जाँच एटीएस को सौंपने का ऐलान किया था। माना जाता है कि इस मामले को एटीएस को इसलिए जाँच सौंपी गई है क्योंकि इस मामले के पीछे आतंकियों का हाथ होने की आशंका है।
आतंकी एंगल की भी जाँच करेगी एटीएस
महाराष्ट्र एटीएस ने ठाणे के कलवा पुलिस स्टेशन से मनसुख हिरेन से जुड़े हुए सभी कागजात अपने हाथ में ले लिए हैं और मामले की जाँच शुरू कर दी है। एटीएस के एक बड़े अधिकारी ने सत्य हिंदी को बताया कि चूँकि इस मामले की जाँच मुंबई क्राइम ब्रांच की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट भी कर रही थी इसलिए सीआईयू से भी इस केस के तमाम कागजात और सबूत अपने कब्जे में ले लिए हैं। इस अधिकारी ने नाम ना लिखने की शर्त पर बताया कि मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली स्कॉर्पियो कार में मिले विस्फोटक मामले की भी जाँच भी एटीएस ही करेगी। एटीएस ने इस मामले की जाँच करने के लिए तीन टीमों का गठन कर दिया है। इस जाँच की निगरानी एक डीसीपी स्तर का अधिकारी करेगा और समय-समय पर पूरी जानकारी एटीएस चीफ़ को देता रहेगा। स्कॉर्पियो गाड़ी से जिलेटिन की छड़ें मिली थीं और एक आतंकी संगठन ने इसकी ज़िम्मेदारी ली थी तो इस मामले की जांच आतंकी एंगल से भी की जाएगी।
मनसुख की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या है
मनसुख की पत्नी और उनके परिवार के लोग पहले ही आत्महत्या से इंकार कर चुके हैं। उनका कहना है कि मनसुख की किसी बड़ी साज़िश के तहत हत्या की गई है। मनसुख की पत्नी की शिकायत के आधार पर महाराष्ट्र एटीएस ने हत्या का केस दर्ज किया है।
क्या था मामला
दरअसल, मनसुख हिरेन का शव शुक्रवार सुबह ठाणे के कलवा की एक खाड़ी से मिली थी। मनसुख के परिवार वालों ने उनके लापता होने की शिकायत भी पुलिस में कराई थी। मुकेश अंबानी के घर के पास से 25 फ़रवरी को एक स्कॉर्पियो कार से जिलेटिन की छड़ें बरामद हुई थीं। बाद में मुंबई क्राइम ब्रांच की जाँच में पता चला था कि जिस स्कॉर्पियो कार से जिलेटिन की छड़ें बरामद हुई थीं वह कार विक्रोली के मनसुख हिरेन की थी। मनसुख का उस समय कहना था कि उनकी कार चोरी हो गई थी और उसकी शिकायत भी विक्रोली पुलिस स्टेशन में की थी।
विधानसभा में उठेगा मुद्दा
महाराष्ट्र में इस समय विधानसभा का सत्र चल रहा है। ऐसे में विपक्ष में भारतीय जनता पार्टी ठाकरे सरकार पर हमलावर है। यही कारण है कि महाराष्ट्र सरकार ने मनसुख हिरेन की मौत की जाँच एटीएस से कराने का फ़ैसला किया है। हालाँकि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस पूरे मामले की जाँच एनआईए से कराने की माँग कर चुके हैं। ऐसे में सोमवार को मनसुख मामले को लेकर विधानसभा में हंगामे के आसार बन गए हैं।
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