झारखंड की राजनीति एक दिलचस्प मोड़ पर आ गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा के विशेष सत्र में दुबारा विश्वास मत हासिल कर लिया है। इसके बावजूद राजनीतिक अस्थिरता की संभावना ख़त्म नहीं हुई है। सोरेन की विधानसभा सदस्यता को लेकर निर्वाचन आयोग की अनुशंसा पर राज्यपाल का अब तक कोई क़दम सामने नहीं आया है। ऐसे में संशय की स्थिति बरकरार है।