जम्मू-कश्मीर के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने फिर से तलब किया है। उनको पिछले महीने इसी मामले में तलब किया गया था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर वह श्रीनगर स्थित एजेंसी के दफ्तर में उपस्थित नहीं हुए थे।
फारूक अब्दुल्ला को यह समन तब मिला है जब हाल ही में कई विपक्षी दलों पर ईडी अलग-अलग मामलों में कार्रवाई कर रही है। ईडी ने कुछ दिन पहले ही झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ़्तार किया है। समन पर पेश नहीं होने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ ईडी कोर्ट पहुँची है। हाल ही में तेजस्वी यादव सहित कई विपक्षी दलों पर ईडी की ऐसी कार्रवाई शुरू हुई है।
विपक्ष के किन-किन दलों पर कार्रवाई चल रही है, इसे जानने से पहले यह जान लें कि फारूक अब्दुल्ला को ईडी ने किस मामले में समन भेजा है। ईडी का यह मामला जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़ा है जिसमें धन की कथित हेराफेरी का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि एसोसिएशन के पदाधिकारियों सहित विभिन्न लोगों के व्यक्तिगत बैंक खातों में पैसे भेजे गए।
बीसीसीआई ने 2001 से 2012 के बीच जम्मू-कश्मीर में क्रिकेट के विकास के लिए जेकेसीए को 112 करोड़ रुपये दिए थे। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा पदाधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर करने के बाद 2018 में मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू हुई। तब अब्दुल्ला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। उनके ख़िलाफ़ 2022 में केंद्रीय एजेंसी द्वारा आरोप पत्र दायर किया गया था। उनके खिलाफ आरोप पत्र में दावा किया गया है कि क्रिकेट संघ के प्रमुख के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अब्दुल्ला ने खेल के विकास के नाम पर प्राप्त धन का दुरुपयोग किया और इसे व्यक्तिगत लाभ के लिए इस्तेमाल किया।
फरवरी 2023 में डिप्टी सीएम व आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया। सीबीआई के बाद ईडी ने भी अगस्त 2022 में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर लिया।
अक्टूबर 2023 में राज्यसभा सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी हुई। इस मामले में केजरीवाल को ईडी के समक्ष पेश होने के लिए पाँच बार समन भेजा जा चुका है।
एक ताज़ा मामला तो झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भी है। सोरेन को ईडी ने गिरफ़्तार किया है। गिरफ़्तारी से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उससे पहले उनके दिल्ली एवं रांची स्थित आवास पर ईडी ने दस्तक दी थी। सोरेन ने आरोप लगाया है कि उनके ख़िलाफ़ कोई भी सबूत नहीं है और उन्हें परेशान करने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार हाल के दिनों में लैंड फॉर जॉब स्कैम केस में ईडी का सामना कर रहे हैं। तेजस्वी यादव और लालू यादव से पूछताछ की गई। आरोप है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते जमीन के बदले रेलवे में नौकरियां बांटीं। ईडी के आरोप पत्र के मुताबिक उनके बेटे तेजस्वी यादव, पत्नी और बेटी भी केस में शामिल हैं। लैंड फॉर जॉब से जुड़े ऐसे सात मामले हैं जिसकी केंद्रीय एजेंसी जांच कर रही है। इस केस में लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती आरोपी हैं।
यही नहीं, सोनिया, राहुल, चिदंबरम, डीके शिवकुमार सहित कई कांग्रेस नेता, शरद पवार के रिश्तेदार, संजय राउत, टीएमसी के अभिषेक बनर्जी जैसे अधिकतर विपक्षी नेता किसी न किसी मामले में ईडी के निशाने पर रहे हैं।
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