जम्मू में एक कलाकार की मंच पर नृत्य करने के दौरान मौत हो गई। कलाकार का नाम योगेश गुप्ता था और उनकी उम्र 20 साल थी। जम्मू के बिश्नाह तहसील के कोठा सोनिया गांव में गणेश उत्सव पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान योगेश गुप्ता भगवान शंकर की पत्नी पार्वती के रूप में प्रस्तुति दे रहे थे। सभी लोग उनका नृत्य देख रहे थे। अचानक वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े।
पहले लोगों को लगा कि वह अभिनय कर रहे हैं। थोड़ी देर बाद साथी कलाकारों ने उन्हें उठाया और अस्पताल ले जाने पर पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बीते दिनों में ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें नृत्य के दौरान लोगों की जान गई है। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से एक वीडियो सामने आया था जहां पर एक कार्यक्रम में हनुमान का किरदार निभा रहे रवि शर्मा की मंच पर ही मौत हो गई थी।
दिल का दौरा पड़ने से बीते कुछ दिनों में कर्नाटक सरकार के मंत्री और उत्तर प्रदेश बीजेपी के विधायक अरविंद गिरी की भी मौत हो चुकी है। जिस वक्त अरविंद गिरी को दिल का दौरा पड़ा, वह एक बैठक में शामिल होने के लिए लखनऊ जा रहे थे। कर्नाटक के वन मंत्री उमेश कट्टी को भी मंगलवार को दिल का दौरा पड़ा और उनका निधन हो गया। यह ऐसी घटनाएं हैं जिनसे पता चलता है कि दिल का दौरा पड़ने की घटनाएं बढ़ रही हैं।
जिम जाने वाले भी हो रहे शिकार
अगस्त महीने में कॉमेडियन कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव को जिम में कसरत के दौरान दिल का दौरा पड़ा था। वह अभी वेंटिलेंटर पर हैं। जिम में कसरत करने वाले या कसरत के दौरान ही दिल का दौरा पड़ने के कई मामले आ चुके हैं।
ऐसी ही स्तब्ध करने वाली ख़बर पिछले साल अक्टूबर में तब आई थी जब कन्नड़ फिल्म अभिनेता पुनीत राजकुमार को दिल का दौरा पड़ा था। कहा गया था कि उनको जिम में कसरत करते हुए दिल का दौरा पड़ा था और उनकी मौत हो गई थी।
बिग बॉस 13 सीजन के विजेता सिद्धार्थ शुक्ला को भी पिछले साल सितंबर महीने में दिल का दौरा पड़ा था और उनका निधन हो गया था। वह सिर्फ़ 40 साल के थे। बताया गया था कि उन्होंने सोने से पहले कुछ दवाइयां ली थीं और सुबह वह नहीं उठे और अस्पताल लाए जाने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। सिद्धार्थ शुक्ला को भी डॉक्टर ने कड़ी क़सरत करने से मना किया था, इसके बावजूद सिद्धार्थ हर रोज़ 3-4 घंटे कसरत करते थे।
कोरोना के बाद बढ़े मामले
डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना के बाद दिल का दौरा पड़ने के मामलों में उछाल आया है। तिरुवनंतपुरम में पीआरएस अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. टिनी नायर ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि पहले उनके अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने वाले 50 मरीज आते थे लेकिन कोरोना के बाद यह संख्या 60 हो गई है।
दिल्ली के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित पेंडारकर ने अमर उजाला को बताया कि दिल के दौरे से संबंधित मौतों में बढ़ोतरी के लिए कोरोना संक्रमण को प्रमुख कारण के तौर पर देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि पहले भी हृदय रोग बड़ा संकट रहा है लेकिन कोरोना महामारी के बाद इसके बढ़ते मामलों ने चिंता और बढ़ा दी है।
सवाल यह उठता है कि आख़िर जिम में कसरत या फिर स्वास्थ्य की देखभाल में ऐसा क्या बदलाव हो रहा है कि दिल का दौरा पड़ने के मामले बढ़ रहे हैं? इसे लेकर कई बार सचेत किया गया है कि कई बार अनफिट लोग जिम में ज़्यादा पसीना बहाने के चक्कर में कसरत की सीमाओं को लांघ जाते हैं। शारीरिक क्षमताओं की अनदेखी कर कसरत करना भी कई बार भारी पड़ जाता है।
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