ऐसे समय में जब वित्त मंत्री जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर निवेश की उम्मीदें जता रही हैं, कश्मीर का पारंपरिक व्यवसाय ख़तरे में है। ट्रक चलाने वालों पर हमले और दो दिन में तीन नागरिकों की मौत से कश्मीर का सेब व्यापार बुरी हालत में है। कश्मीर में सेब उगाने वाले और सेब का व्यापार करने वालों के सामने फ़िलहाल सबसे बड़ा संकट यह है कि उन्हें सेब बाहर ले जाने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है। क्या उनका सेब सड़ जाएगा या उन्हें वे सेब औने पौने दाम में बेचने को मजबूर होना पड़ेगा?