गृह मंत्रालय ने गुरुवार को एडवाइजरी जारी कर कहा है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप ज़ूम सुरक्षित नहीं है। मंत्रालय ने यह एडवाइजरी कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी) की ओर से ज़ूम एप को लेकर आगाह किए जाने के बाद जारी की है। सीईआरटी भारत की राष्ट्रीय साइबर सिक्योरिटी एजेंसी है।
सीईआरटी ने इससे पहले भी कहा था कि डिजिटल एप्लीकेशन के बहुत ज़्यादा इस्तेमाल से आप साइबर हमले के शिकार हो सकते हैं और आपके ऑफ़िस की अहम जानकारियां अपराधियों के हाथ लग सकती हैं।
दुनिया भर की तरह ही भारत में भी बड़ी संख्या में लोग इस एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। कोरोना वायरस के कारण लागू किए गए लॉकडाउन की वजह से प्रोफ़ेशनल घर से काम कर रहे हैं, ऐसे में बीते कुछ दिनों में बड़ी संख्या में लोगों ने इस एप को डाउनलोड किया है।
मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि जो लोग ज़ूम एप का इस्तेमाल करना चाहते हैं उन्हें कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। जैसे कि अपने कॉन्फ़्रेंस रूम में किसी को भी बिना इजाजत के न आने दें। मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि ज़ूम एप में यूज़र की प्राइवेसी और उनकी सुरक्षा को ख़तरा है। टिक टॉक एप की तरह ही ज़ूम एप का भी सर्वर चीन में है।
लॉकडाउन के दौरान ज़ूम की ही तरह कुछ अन्य एप का इस्तेमाल रिमोट मीटिंग्स के लिये किया जा रहा है। पिछले सप्ताह सीएनएन को दिये इंटरव्यू में ज़ूम के सीईओ एरिक एस. युआन ने कहा था, ‘हमने कुछ ग़लतियां की थीं लेकिन हमने इससे सीख ली है और अब हम प्राइवेसी और सिक्योरिटी पर ध्यान दे रहे हैं।’
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