यौन उत्पीड़न के आरोपी देश के कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को क्या दोषी साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं? मीडिया रिपोर्टों में पुलिस सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि आरोपी पर मुक़दमा चलाने और उन्हें दंडित करने के लिए सबूत पर्याप्त हैं। इस मामले में दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने कुश्ती महासंघ प्रमुख को 18 जुलाई को तलब किया है।
रिपोर्टों के अनुसार दिल्ली पुलिस ने विस्तृत जांच के बाद फेडरेशन प्रमुख के खिलाफ क़रीब 1000 पेज का आरोपपत्र दायर किया है। कहा गया है कि 100 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। जिन लोगों से पूछताछ की गई उनमें से 15 ने उन सात पहलवानों के पक्ष में गवाही दी जिन्होंने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इनमें पहलवानों के दोस्त और परिवार भी शामिल हैं। इनके अलावा कई तकनीकी सबूत भी मिलने के दावे किए गए हैं।
तकनीकी सबूत के तौर पर तस्वीरें, वीडियो और फोन लोकेशन भी बृजभूषण की मौजूदगी और 'हरकतों' की पुष्टि करते हैं। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार दो तस्वीरें हैं जिनमें कथित तौर पर उन्हें 'शिकायतकर्ता की ओर हरकत करते हुए' दिखाया गया है, उनके फ़ोन की लोकेशन दूसरे की गवाही से मेल खाती है; तस्वीरों का एक सेट जो उस कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति की पुष्टि करता है जहां यौन उत्पीड़न की एक कथित घटना हुई थी। ये बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ दिल्ली पुलिस के आरोपपत्र में 'तकनीकी साक्ष्य' का हिस्सा हैं।
हालाँकि, शिकायतों के अनुसार यौन उत्पीड़न की कम से कम दो घटनाओं के स्थल दिल्ली में अशोक रोड पर डब्ल्यूएफआई कार्यालय यानी बृजभूषण सिंह के घर और पर न तो कोई विजिटर्स रजिस्टर था और न ही कोई सीसीटीवी था। पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट छह शीर्ष पहलवानों की यौन उत्पीड़न की शिकायतों पर आधारित है। इसमें कहा गया है कि बृजभूषण सिंह पर धारा 506 (आपराधिक धमकी), 354 (एक महिला की लज्जा को ठेस पहुंचाना) के तहत यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़ और पीछा करने के 'अपराधों के लिए मुकदमा चलाया जा सकता है और दंडित किया जा सकता है'।
गवाहों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड के साथ डब्ल्यूएफआई द्वारा उपलब्ध कराई गई कुश्ती स्पर्धाओं की तस्वीरों के आधार पर आरोपपत्र ने निष्कर्ष निकाला कि बृजभूषण सिंह छह पीड़ितों में से पांच द्वारा दायर शिकायत वाली जगह पर मौजूद थे।
द इंडियन एक्सप्रेस ने छह महिला पहलवानों के आरोपों और उन आरोपों को लेकर जो सबूत मिले हैं, उसकी एक रिपोर्ट छापी है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है-
पहलवान-1 का आरोप है: '(एक पदक जीतने के बाद), कोच मुझे बृजभूषण से मिलने के लिए अपने साथ ले गए। वहां उसने मुझे जबरन गले लगाने की कोशिश की। मेरे एक हाथ में झंडा था, इसलिए मैंने अपने दूसरे हाथ से उसे दूर धकेलने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माना।' '(एक बार), मैं कुश्ती लीग में एक मुकाबला हार गयी थी। जैसे ही मैं मैट से अपनी टीम बॉक्स की ओर बढ़ी, बृजभूषण मेरी ओर बढ़ा और मुझे जबरदस्ती गले लगा लिया। उसने मुझे 15-20 सेकेंड तक गले लगाए रखा, मैंने उसे धक्का देने की कोशिश की लेकिन उसने मुझे जाने नहीं दिया।'
साक्ष्य: 'दो तस्वीरों में वह शिकायतकर्ता की ओर हरकत करते हुए दिखाई दे रहे हैं… विभिन्न घटनाओं की तस्वीरों और वीडियोग्राफ़ के रूप में उपलब्ध तकनीकी साक्ष्य, आरोपी की उपस्थिति तक शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप का स्पष्ट रूप से समर्थन करते हैं।'
पहलवान-2 का आरोप: 'मुझे डब्ल्यूएफआई कार्यालय में बुलाया गया था जहां मैं अपने कोच के साथ गयी थी… भूषण, जो कुर्सी पर बैठा था, ने मुझे बैठने के लिए कहा… मैंने उसे अपनी चोट के बारे में बताया… उसने मुझे पूरी मदद का आश्वासन दिया, लेकिन इसके बदले में उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने को कहा।
साक्ष्य: '…कथित घटना के दिन, वह (शिकायतकर्ता के कोच) नई दिल्ली जिले के क्षेत्र में मौजूद थे और उनका मोबाइल टावर स्थान अशोक रोड (कार्यालय स्थान) के आसपास नॉर्थ एवेन्यू के क्षेत्र में था।'
पहलवान-3 का आरोप: 'मैं (टीम फोटो के लिए) आखिरी पंक्ति में खड़ी थी… आरोपी आया और मेरे साथ खड़ा हो गया। मुझे अचानक अपने नितम्ब पर किसी का हाथ महसूस हुआ। जब मैंने दूर हटाने की कोशिश की तो मुझे जबरदस्ती मेरे कंधे से पकड़ लिया गया।'
साक्ष्य: डब्ल्यूएफआई ने कार्यक्रम से संबंधित रंगीन तस्वीरों के चार प्रिंटआउट उपलब्ध कराए और इन तस्वीरों में शिकायतकर्ता अन्य पहलवानों के साथ आगे की पंक्ति में बैठा हुआ दिखाई दे रहा है और इन तस्वीरों में आरोपी बृजभूषण भी दिख रहा है, जिसका आकलन आरोपों के संदर्भ में किया जा सकता है। शिकायतकर्ता ने कहा था कि पिछली पंक्ति से वह आगे की पंक्ति में आई गई थी।
पहलवान-4 का आरोप: 'जब मैं चटाई पर लेटी हुई थी, आरोपी मेरे पास आया और मैं आश्चर्यचकित रह गयी जब मेरे कोच की अनुपस्थिति में, मेरी अनुमति के बिना, मेरी टी-शर्ट खींची और मेरी सांस की जांच करने के बहाने मेरी छाती पर हाथ रखा और उसे मेरे पेट पर सरका दिया।' 'फेडरेशन कार्यालय में मेरे दौरे पर… मुझे आरोपी के कमरे में बुलाया गया… मेरे भाई, जो मेरे साथ था, को स्पष्ट रूप से वहीं रुकने के लिए कहा गया… अन्य व्यक्तियों के जाने पर आरोपी ने दरवाज़ा बंद कर दिया... मुझे अपनी ओर खींचा और मेरे साथ ज़बरदस्ती शारीरिक संपर्क बनाने की कोशिश की।'
साक्ष्य: 'शिकायतकर्ता को कथित तौर पर बृजभूषण के साथ अन्य पहलवानों के साथ खड़ा देखा गया है, जिससे घटना के स्थान पर आरोपी और शिकायतकर्ता की उपस्थिति थी।'
पहलवान-5 का आरोप: 'मेरे साथ तस्वीर खिंचवाने के बहाने उसने मुझे कंधे से पकड़कर अपनी ओर खींचा... खुद को बचाने के लिए मैंने आरोपी से दूर हटने की कोशिश की।'
साक्ष्य: 'डब्ल्यूएफआई ने चैंपियनशिप की तस्वीरों के छह रंगीन प्रिंटआउट दिए हैं, जो कार्यक्रम में पीड़ित और आरोपी की उपस्थिति को दर्शाते हैं।'
पहलवान-6 का आरोप: 'उसने मुझे अपने माता-पिता से फोन पर बात कराई, क्योंकि उस समय मेरे पास निजी मोबाइल फोन नहीं था... आरोपी ने मुझे अपने बिस्तर की ओर बुलाया जहां वह बैठा था और फिर बिना मेरी इजाजत के अचानक उसने गले लगा लिया, मुझसे ज़बरदस्ती की गई।'
साक्ष्य: 'डब्ल्यूएफआई को नोटिस भेजा गया, जो कार्यक्रम का मेजबान था, उनसे फोटोग्राफ, होटल का विवरण, कमरा नंबर जहां पहलवान रुके थे, देने के लिए कहा गया था, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला है।'
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